एमजीएम मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई स्वाइन फ्लू, डेंगू व जीका वायरस की जांच
इंदौर/नप्र। एमजीएम मेडिकल कॉलेज में सोमवार को प्रत्यारोपण संस्थान (सोटो) द्वारा किए जा रहे कार्यों की 240 बिस्तरों की व्यवस्था की जाएगी। एमवायएच में वायरल रिसर्च डायग्नोस्टिक लैब, वायरल लोड लैब व सराहना की। सुविधाएं जुटाने का काम भी लगातार जारी रहेगा। बोन मैरो सुसज्जित ऑडिटोरियम का लोकार्पण किया गया। पांच 10 नए मेडिकल कॉलेज खोलने का दिया प्रस्ताव ट्रांसप्लांट की संख्या हर साल 50 करने का लक्ष्य रखा करोड़ 79 लाख पए की लागत से तैयार तीनों सुविधाएं उन्होंने बताया कि प्रदेश में 10 नए मेडिकल कॉलेज गया है। बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों की आर्थिक कॉलेज को सौंपी गईंखोलने के लिए केंद्र में प्रस्ताव बनाकर दिया है। चार-पांच मदद के लिए सीएसआर फंड से राशि जुटाई जा रही है। __ वायरल रिसर्च डायग्नोस्टिक लैब में एड्स के मरीजों कॉलेज मिलने का अनुमान है। पीजी व यूजी सीट बढ़ाने मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. ज्योति बिंदल ने कहा कि की सेकंड लाइन की जांच हो सकेगी जिससे एचआईवी के लिए भी केंद्र में प्रस्ताव दिया है। कई प्रदेशों में ट्रांसप्लांट एमजीएम मेडिकल कॉलेज देश के दस श्रेष्ठ मेडिकल पॉजिटिव मरीजों के उपचार को और भी सुरक्षित किया जा को लेकर रैकेट भी चल रहे हैं। हमारे प्रदेश में ट्रांसप्लांट कॉलेजों में शामिल हो, यह प्रयास हमेशा रहा है। उन्होंने सकेगा। यह लैब प्रदेश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में का काम सही तरीके से हो, इसके लिए सोटो को मजबूत बताया कि जब पिताजी एमवायएच में डीन थे, तब वे उपलब्ध नहीं है। वायरल लोड लैब में स्वाइन फ्लू, डेंगू, किया है। परिसर में ही रहती थी और कॉलेज के आसपास साइकिल जीका वायरस सहित अन्य वायरस की जांच हो सकेगी। कार्यक्रम में पूर्व डीन डॉ. शरद थोरा, एमवायएच के चलाते हुए पहुंचती थीसरकारी अस्पताल से आने वाले सैंपल गरीब मरीजों के अनिवार्य होगा। 2022 तक सीट भी दोगुनी होंगी। अधीक्षक डॉ. एडी भटनागर, पूर्व अधीक्षक डॉ. पीएस एमजीएम मेडिकल कॉलेज में सविधाएं लिए निशुल्क रहेंगे, वहीं प्राइवेट अस्पतालों से आने वाले पहले बॉन्ड भरवाते थे जो पैसा देकर इसे पूरा कर देते ठाकुर, डॉ. सलिल भार्गव, डॉ. सुमित शुक्ला , डॉ. केके सैंपल का शुल्क लिया जाएगा। शुल्क का निर्धारण कॉलेज थे। अब हम सेवा को अनिवार्य करेंगे। पहले जिन्होंने बॉन्ड अरोरा, डॉ. मनोहर भंडारी, डॉ. अनिता मूथा, डॉ. पूनम - प्रदेश का दूसरा मेडिकल कॉलेज जहां बनी वायरल प्रबंधन करेगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री की उपस्थिति में ये पूरा नहीं किया, ऐसे केस सामने आने पर कार्रवाई की माथूर, डॉ. वीपी पांडेय व प्रवक्ता डॉ. राहुल रोकड़े मौजूद लोड लैब सौगात शहर को सौंपी गई। जाएगी। उन्होंने कहा कि नौ माह में ही वायरोलॉजी लैब का रहे। जांच रिपोर्ट के लिए नहीं करना होगा लंबा इंतजार - संभाग सहित पूरे प्रदेश के मरीजों की हो सकेगी कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. निर्माण पूरा हुआ है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज में बने संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने कहा कि सभी को स्वाइन फ्लू व अन्य जांचेंविजयलक्ष्मी साधौ ने बताया कि प्रदेश के अन्य अस्पतालों ऑडिटोरियम को सरकारी कामों के अलग घर जैसा बनाया इलाज की बेहतर सुविधा मिले, यह हमारी जवाबदेही है। - 1 करोड़ 74 लाख पए की लागत से बनी है में भी वायरल लोड लैब बनाना प्रस्तावित है। प्राथमिक गया है। राज्य की जनता को स्वास्थ्य सेवा बेहतर मिले, स्वाइन फ्लू की जांच यहीं होने से रिपोर्ट के लिए लंबा वायरल रिसर्च डायग्नोस्टिक लैब स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इसे लेकर सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इंतजार नहीं करना होगा। जल्द ही और भी विकास पूरे - 1 करोड़ 35 लाख पए की लागत से बनी है (सीएचसी) में आज भी डॉक्टरों की कमी है। इसके लिए बिना आयुष्मान योजना वाले मरीजों की फीस पर होंगे। मार्च 2020 तक सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल का वायरल लोड लैब सरकार व्यवस्था कर रही है। आगामी समय में पीजी व उन्होंने कहा कि अभी अनिवार्य नहीं है। उन्होंने अंगदान के काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ___ - 2 करोड़ 70 लाख स्र्पए में 70 साल पुराना यूजी स्टूडेंट्स के लिए एक साल तक गांव में सेवा देना क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज में राज्य अंग एवं ऊतक एमवाय अस्पताल में खाली जगह का उपयोग कर ऑडिटोरियम हुआ सुसज्जित