14 September 2019

प्रदेश का आष्टा बनेगा डाटा इंटेलिजेंस का हब, चीन से कई गुना बड़ा होगा सेंटर

भोपाल / मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल की है। प्रदेश के आष्टा में आने वाले कुछ दिनों में दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर काम करने लगेगा, जिसमें सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के कई देशों के गोपनीय डाटा रखे जाएंगे। इस तरह का सेंटर एशिया मेें अभी चीन में है, मगर आष्टा में बनने वाले सेंटर की अपेक्षा वे काफी छोटे हैं। आष्टा में बनने वाले सेंटर में गूगल जैसी कंपनियों का डाटा भी रखा जाएगा। इस सेंटर को बनाने के लिए नार्वे की सरकारी कंपनी ने हामी भरी है। जिस गति से काम शुरू हुआ है उसे देखते हुए अगले माह होने वाली इंवेस्टर्स समिट से पहले सेंटर धरातल पर होगा और इसकी स्थापना का काम भी शुरू हो जाएगा। गौर करने वाली बात यह है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए बिजली का उत्पादन सौर ऊर्जा से किया जाएगा। यह उत्पादन नार्वे की कंपनी ही करेगी।
 क्या होगा सेंटर में ?? 
सेंटर में भारत सहित साउथ एशिया के क्लाउड में रहने वाला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का डाटा स्टोर होगा। इसमें गूगल जैसी कई बड़ी कंपनियों के क्लाउड डाटा शामिल रहते हैं। इस प्रकार का सेंटर अत्याधिक सिक्योरिटी जोन होता है। सरकार आगामी इंवेस्टर समिट के पहले ही इसका एमओयू फाइनल कर देगी। नार्वे की सरकारी कंपनी के प्रतिनिधियों को सरकार ने इस पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है। इसके बाद प्रोजेक्ट के लिए जगह को फाइनल करके आवंटन किया जाएगा। यह जगह आष्टा के जिलाला गांव के क्षेत्र में है। यहां 532 एकड़ जमीन उद्योग विभाग ही आवंटित करेगा। यहां इस सेंटर को एशिया के हब के रूप में विकसित किया जाएगा। यह सेंटर करीब आठ हजार करोड़ रुपए से बनेगा। नार्वे की कंपनी ही इस राशि का निवेश करेगी।


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